गौरतलब है की कस्बे के मध्य स्थित सीटी पार्क में जहां एक ओर राज्य सरकार तथा केन्द्र सरकार अपनी विभिन्न मदों के माध्यम से पार्क की सुन्दरता को लेकर लाखों रुपए खर्च कर रही है वहीं स्थानीय नगरपालिका ने उसी पार्क में बड़े झूले लगाने की इजाजत दे दी।

वर्तमान स्थिति में इस पार्क में अब झूले लगाने की पर्याप्त जगह नहीं रही है तथा दिनभर सैकड़ों बच्चे एवं महिलाएं तथा बड़े बुजुर्ग घुमने के लिए आते है।
जिसका परिणाम यह हुआ की आज पहले ही दिन पार्क में घूमने एवं खेलने आने वाले बच्चों को लेकर परिजनो एवं झूलेवालो के मध्य भंयकर विवाद हो गया। बढ़ता -बढता यह विवाद मारपीट में तब्दील हो गया जिसमें नरेश के हाथों में चोट आई है तथा जुनैद के भी चोट आई है।
पार्क में बड़े झूले लगाने की इजाजत को लेकर स्थानीय मौहल्ले वालों ने पालिकाध्यक्ष अमित ओसवाल एवं अधिशासी अधिकारी सूर्यकांत शर्मा की कार्यशैली को लेकर जमकर विरोध भी किया।
मौहल्ले वालों के बढ़ते विरोध को देखते हुये पालिकाध्यक्ष अमित ओसवाल ने कल इजाजत वापस लेने की बात कही है।( विष्णु जाखोटिया की रिपोर्ट)