5 दिसंबर 2023 को मनाया जाएगा भैरव जन्मोत्सव


चौमूं। अंतर्राष्ट्रीय भविष्यवक्ता पंडित रविंद्र आचार्य ने बताया कि पूरे भारत में भैरव जन्मोत्सव 5 दिसंबर 2023 को मनाया जाएगा। 

आचार्य रविंद्र आचार्य ने बताया कि भैरव जी की उत्पत्ति शिवजी के भृकुटी से हुई है। भैरव 52 प्रकार के होते हैं । भेरुजी के गुलाब की माला, लॉन्ग, पतासे ,कंगन ,कचोरी प्रसाद लगाने से और भैरव नामावली पाठ करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है।

मीठी रोटी बनाकर भैरू वाहन स्वान को खिलाएं इससे शत्रु पर विजय प्राप्त होती है।

शनि की साडेसाती से निजात पाने के लिए भैरू दीपदान ‌कराये और ओम श्रीम बटुक भैरवाय नमः के जाप करें।

आचार्य ने बताया कि रींगस भेरूजी के जन्मोत्सव की शुरुआत आचार्य ने प्रारंभ की थी। आचार्य को आभास और आदेश हुआ तब से रींगस भेरूजी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है।

इस दिन भेरुजी का विशेष श्रृंगार होता है और मावे के केक का भोग लगाकर भक्तों को बांटा जाता है।

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