चौमूं। एनटीटी भर्ती प्रक्रिया करवाने के लिए समाज कल्याण विभाग की सदस्य रूक्ष्मणी कुमारी को एनटीटी प्रदेश महासचिव विष्णु शर्मा ने ज्ञापन दिया।
एनटीटी संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव विष्णु शर्मा बताया है कि एनटीटी भर्ती 2018 मे महिला एवं बाल विकास विभाग ने भर्ती नियमों की अनदेखी करते हुए निजी कॉलेज गीता बजाज मोती डूंगरी जयपुर 53 अभ्यार्थियों को गलत तरीके से जॉइनिंग दे दी गई जो की ( एनसीटीई ) से एनटीटी है ही नहीं जो कि प्री प्राइमरी कोर्स है जो की एनटीटी के समकक्ष भी नहीं है। गीता बजाज कॉलेज के 53 अभ्यार्थियों को आधार बनाकर अन्य राज्य के अपात्र अभ्यार्थी भर्ती में प्रवेश कर रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग की इस गलती के कारण राजस्थान के पात्र एनटीटी अभ्यर्थी बाहर हो रहे हैं। इसलिए गीता बजाज के अभ्यर्थी को इस भर्ती प्रक्रिया से बाहर किया जाए या फिर उनके लिए अलग से अतिरिक्त पद सृजित करे। एनटीटी कोर्स 2011 में बंद होने के कारण नई भर्ती आने की संभावना नहीं है।
राज्य में TSP अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं है 200 के आस पास रिक्त सीट है ।अतः इन सीटों को नॉन TSP से भरा जाऐ ये 2012 से रिक्त चली आ रही है। कोर्स बंद होने के कारण आगे भविष्य में एनटीटी अभ्यर्थी TSP मे नहीं मिलेंगे नॉन TSP में सीटों को भरने से राज्य के बेरोजगार अभ्यार्थियों को रोजगार मिल सकेगा।
एनटीटी भर्ती परीक्षा 2018 में राज्य के लगभग 1350 अभ्यर्थी शेष थे 24000 हजार से अधिक आवेदन आए। एनटीटी भर्ती 2018 में 839 को नियुक्ति दी जा चुकी है। शेष अभ्यर्थीयों की सत्यापित जांच एक साथ ही करवा ली जाए जिससे विभाग को दस्तावेज जांच हेतु बार-बार सूची जारी नहीं करनी पड़े जिससे भर्ती समय पर पूरी हो सके।
एनटीटी भर्ती 2012 में लगे हुए शिक्षक को एनटीटी भर्ती 2018 में पुन: शामिल होने की अनुमति नहीं दी जिसके कारण वह कोर्ट में चले गए। महिला एवं बाल विकास विभाग कोर्ट में अच्छे से पैरवी करते हुए उनकी याचिका खारिज करवाया जाये जिससे बेरोजगार अभ्यार्थियों को रोजगार मिल सके।
महिला बाल विकास ने दस्तावेजों की जांच हेतू तीसरी सूची 15/12/2021 को जारी की गई जिसमें नॉन TSP की 309 सीट रिक्त थी लेकिन विभाग ने 207 पर ही सूची जारी की गई उसमे 102 सीटों को जोड़कर संशोधित सूची जारी करवाने की कृपा करें।