रेनवाल । शहर के किसान शिव मंदिर परिसर में 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अनकहे अल्फाज़ साहित्यिक संस्थान द्वारा गणतंत्र दिवस विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
जिसमें साहित्य क्षेत्र में रुचि रखने वाले साहित्य प्रेमियों ने भाग लिया । इस अवसर पर सभी साहित्यकारों ने अपनी देश भक्ति कविताओं से मंच को जोशमय बना दिया ।संस्थान के संस्थापक श्याम सुन्दर महरडा ने कार्यक्रम में पधारें सभी रचनाकारों एवं श्रोतागणों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां दी ।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना से हुई । मोहम्मद तैयब निर्बान और राजेश कुमार शास्त्री ने अपनी जादुई आवाज़ से देशभक्ति गीतों का समा बांधा । श्याम सुन्दर महरडा जो उप निरीक्षक भारत सरकार के पद पर कार्यरत है उन्होंने कविता के माध्यम से बताया कि वर्दी को धारण करने के पर कितना गर्व महसूस होता है और क्या क्या जरूरत है एक वर्दीधारी बनाने के लिए साथ ही साथ महिलाओं के सम्मान में एक कवितापाठ किया ।
संस्थान के मार्गदर्शक विनोद वर्मा रलावता ने देश के वीरों के साथ साथ अन्य क्षेत्र में कार्यरत सेवकों पर धमाकेदार कविता का पाठ किया । शायरियाें के जादूगर सोनू सैन ने अपनी वीर रस एवं श्रंगार रस से ओत–प्रोत शायरियो से सबको मंत्रमुग्ध किया । महिला शक्ति की तरफ से रेणु जखोटिया ने बेटियों को भी बेटों के बराबर माना जाए एवं उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
आर.एस. मीणा इंडियन , बनवारी लाल प्रजापत, गोकुल वर्मा, हेमराज खांडेकर , दिनेश जाखड़ आदि ने देशभक्ति कवितापाठ के साथ राजस्थानी कला एवं संस्कृति पर भी कविताओं को अपना अलग–अलग रंग दिया । श्रोतागणों ने कविताओं एवं देश भक्ति गीतों का लुफ्त लिया।
सह संस्थापक गजेंद्र कुमावत मारोठिया ने राजस्थानी भाषा में कविता पाठ किया और कार्यक्रम के समापन की घोषणा की । संस्थान ने सभी कवियों का तहे दिल से आभार व्यक्त करते हुए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
मंच संचालक के रुप में कमल जैन ने कार्यक्रम में चार चांद लगाये। (विष्णु जाखोटिया की रिपोर्ट )