समाज के पिछड़े व कमजोर वर्गों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने में विद्यार्थियों की अहम भूमिका- डॉ. सुदीप कुमावत

 



चौमूं। सेठ आरएल सहरिया राजकीय पीजी महाविद्यालय, कालाडेरा में राजस्थान राज्य महिला नीति के अनुसरण में  महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ, गर्ल्स मेंटरिंग एवं उड़ान समिति के संयुक्त तत्वावधान में एक व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। 

अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य डॉ. एन.के. बावलिया ने बताया कि सरकार की समाज के विभिन्न वर्गों हेतु  चलाई जा रही विभिन्न समाज कल्याण की योजनाओं के बारे में पर्याप्त जानकारी होने पर ही इन योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है तथा विकसित और सशक्त समाज की कल्पना को साकार किया जा सकता है । 

मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता डॉ. सुदीप कुमावत सांख्यिकी अधिकारी, कार्यालय सलाहकार मुख्यमंत्री, शासन सचिवालय, जयपुर ने  बताया की समाज में आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े जरूरतमंद एवं असहाय वर्गों तथा परिवारों को संबल प्रदान करने हेतु राज्य सरकार द्वारा योजनाए संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ समाज के जरूरतमंद लोगों तक पहुँचाना प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य होना चाहिए। डॉ. कुमावत ने समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया तथा उनके क्रियान्वयन से संबंधित समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। 

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ  आमजन को जीवन पर्यन्त (जन्म, मरण, परण) मिल रहा है। विद्यार्थियों को सभी योजनाओं की जानकारी एवं जागरूकता आवश्यक है ताकि वह स्वयं  के साथ-साथ दूसरों का भी भला कर सकते हैं। समाज को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए भी ये योजनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। 

उड़ान नोडल अधिकारी एवं महिला प्रकोष्ठ संयोजक डॉ. सीमा पारीक ने बताया कि जन कल्याणकारी सरकारों ने लोगों की मूलभूत आवश्यकता रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने एवं समाज के सभी वर्गों के  सर्वांगीण विकास हेतु विभिन्न प्रकार की समाज कल्याण की योजनाएं प्रारंभ की है। 



ये योजनाएं विशेषकर गरीब, वृद्धजन, बीमार, शारीरिक रूप से अक्षम तथा महिलाओं से संबंधित है। कार्यक्रम में उड़ान समिति द्वारा 135 छात्राओं को नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन वितरित किये गए। अंत में डॉ. पारीक ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। 

इस अवसर पर वरिष्ठतम संकाय सदस्य डॉ. सीताराम कुमावत, डॉ. रजनी मीणा,  डॉ. मीनाक्षी गुप्ता, डॉ. अंजु यादव आदि  संकाय सदस्य उपस्थित थे।


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