चौमूं। बेटा - बेटी एक समान की मुहिम अब आमजन में सार्थक होती नजर आने लगी है। एक समय था जब बेटों को बेटियों से ज्यादा अधिकार दिए जाते थे लेकिन अब समय के साथ ये परिपाटी गाँवों में भी तेजी से बदल रही है। अब लोग अपनी बेटियों की शिक्षा पर उतना ही खर्च करने लगे है जितना अपने बेटों पर। वही दूसरी ओर बेटियां भी पढ़ लिखकर अपने माता पिता का खूब नाम रोशन कर रही है। वही माता पिता भी अपनी बेटियों के चाव में कोई कमी नहीं छोड़ रहे है।
धोबलाई गाँव मे आज सत्यनारायण सैन की दो पुत्री मनीषा व सुनीता सैन की बिंदोरी बैंड बाजो के साथ निकाली गई। इस दौरान बिंदोरी में परिजन खूब नाचे और मौज मस्ती की। दोनों लाडो की शादी 15 फरवरी को है। सुनिता एम ए व सुनिता बीए फस्ट ईयर मे है।