महात्मा गाँधी कॉलेज की भारती बनी कुश्ती में विश्व चैंपियन, वर्ल्ड चैंपियनशिप कुश्ती प्रतियोगिता 2023 में जीता गोल्ड मेडल

 
श्रीमाधोपुर । कस्बे के महात्मा गाँधी पी.जी. कॉलेज, श्रीमाधोपुर में आज पहलवान भारती बिजारणियां का कुश्ती वर्ल्ड चैंपियनशिप में विश्व विजेता बनने पर जश्न मनाया गया। 


कैलाश बिजारणिया ने बताया की विश्व कुश्ती संघ द्वारा आयोजित अंतराष्ट्रीय महिला सीनियर ग्रेपलिंग रेसलिंग चैम्पयनशिप प्रतियोगिता 2023 में महाविद्यालय की छात्रा भारती बिजारणियां के कुश्ती विश्व विजेता बनने पर महाविद्यालय निदेशक मोहर सिंह खर्रा, प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र सैनी, स्टाफ सदस्यों के सानिध्य में महाविद्यालय प्रांगण में समस्त विधार्थियो के साथ आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया। 


इस प्रतियोगिता का आयोजन अंतराष्ट्रीय स्तर पर रूस के मॉस्को शहर में हुआ जिसमें भारती बिजारणियां ने भारत देश का प्रतिनिधित्व किया। भारती बिजारणियां ने इंद्रदेव एकेडमी रोहतक में पहलवान मंजीत नांदल के सानिध्य में अभ्यास किया था।  

महाविद्यालय द्वारा भारती को ग्यारह हजार का चैक प्रदान किया गया। गोल्ड जीतने पर राजस्थान सरकार ने पांच लाख रूपए प्रदान कर राजस्थान पुलिस में एएसआई पद का प्रस्ताव दिया गया। भारत सरकार ने रेलवे, बीएसएफ व एसएसबी में एएसआई पद का प्रस्ताव दिया है।  

प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र सैनी ने बताया की इस प्रतियोगिता से पूर्व भारती ने महाविद्यालय की नियमित छात्रा रहते हुए 2017 से 2019 तक बीए प्रथम, द्वितीय व् तृतीय वर्ष में महाविद्यालय का प्रतिनिधत्व कर शेखावाटी विश्विद्यालय में दबदबा कायम कर गोल्ड मेडल जीता था। 


उसके बाद भारतीय कुश्ती संघ द्वारा आयोजित नेशनल सीनियर ग्रेपलिंग चैम्पयनशिप प्रतियोगिता 2023 में भी भारती ने 77+  किलोग्राम वर्ग भार में गोल्ड मेडल जीता। जिसका आयोजन 29 सितम्बर से 2 अक्टूम्बर को महर्षि दयानन्द यूनिवर्सिटी रोहतक, हरियाणा में हुआ था। भारती बिजारणिया पुत्री स्व. फूलसिंह बिजारणिया, मालाकाली गाँव के गरीब किसान परिवार से है। 

भारती के फाइनल मुकाबले से पहले दो मैच रूस के साथ, एक मैच कजाकिस्तान के साथ, एक मैच यूरोप के साथ हुआ एवं अंतिम तथा फाइनल मैच आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के साथ हुआ, जिसमें भारती बिजारणियां 76  किलोग्राम वर्ग भार में विजयी होकर महिला वर्ग में कुश्ती की विश्व चैंपियन बन गयी। 


निदेशक मोहर सिंह खर्रा ने विधार्थियो और खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए बताया की भारती के पिताजी की मार्च 2021 में मजदूरी करते समय दुर्घटना में मृत्यु हो चुकी थी, उसके बाद अपनी कड़ी मेहनत और लगन से कुश्ती पर फोकस रखा और आज वह इस मुकाम पर पहुंची है। परिस्थिति कैसी भी हो मेहनत में कमी नहीं रखनी चाहिए। 


इस अवसर पर उपप्राचार्य विजेन्द्र पूनिया, सुशीला देवी, वीरेंद्र यादव, मांगीलाल कुमावत, रामसिंह जाट, राकेश शर्मा, जितेंद्र सिंह दायमा, शिव प्रसाद यादव, रोहित शर्मा, आनंद बबेरवाल सहित समस्त स्टाफ मौजूद था। कार्यक्रम में मंच संचालन व्याख्याता प्रमोद वर्मा ने किया।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने