रेनवाल के पदयात्रियों ने श्री जीणमाताजी के किये दर्शन, 15 वीं विशाल पदयात्रा के रुप किये सामूहिक दर्शन

रेनवाल( विष्णु जाखोटिया)।  श्री जीण माताजी की 15 वी विशाल पद यात्रा के तहत आज रेनवाल के सैकड़ों पदयात्रियों ने श्रीजीण माताजी के दर्शन करते हुये गांव, प्रदेश एवं देश की खुशहाली की कामना की।

दो दिवसीय पदयात्रा के तहत रेनवाल से एक जुलूस के रुप में सैकड़ों पदयात्रियों ने नाचते-गाते हुए भजनों के साथ प्रमुख धार्मिक स्थल श्रीजीण माताजी के दर्शन किये। गौरतलब है की दो दिवसीय पदयात्रा दिनांक 11 सितंबर को प्रातः सवा आठ बजे रेनवाल कस्बे के घांसी सागर से रवाना हुई थी।

यह पदयात्रा एक जुलूस के रुप में घांसी सागर से रवाना होकर कस्बे के मुख्य रास्तों से होती हुई जीण माताजी के लिए रवाना हुई। यात्रा का पहला पड़ाव कुली बालाजी के रखा गया। वहा यात्रीयो के लिऐ भोजन व्यवस्था रही।
 
वहा से रवाना होकर दांता मे सांवरिया मैरीज गार्डन पहुंची जहा रात्रि में भोजन करते हुये विश्राम का कार्यक्रम रहा।
 
फिर आज दिनांक प्रातः 5 बजे रवाना हो कर भेरूजी के स्थान पर जलपान कर जीणमाताजी के दरबार मे सामूहिक दर्शन किये। उसके बाद अजमी गढ़ धाम कोछोर रोड़ जीण माताजी धर्म शाला में प्रसादी का कार्यक्रम रहा। 

वापसी मे वहा से बसों के द्वारा रेनवाल के लिए प्रस्थान हुये।

यात्रा से जुड़ें वरिष्ठ कार्यकर्ता शंकर स्वामी व मूल चंद सोनी के अनुसार दिनांक 10 सितंबर को घांसी सागर में माता रानी का भव्य दरबार सजाया गया' व रात्रि 8 बजे से जयपुर से आये सुप्रसिद्ध कलाकार सांवरमल कथक और पार्टी द्वारा माता जी के भजनों के साथ भव्य जागरण हुआ जिसमें बड़ी संख्या में भक्त जन शामिल हुये।इस अवसर पर वैद्य शिवकुमार मिश्र ने माताजी के ज्योत जलाते हुये भजन संध्या का शुभारंभ किया।

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