नशा-मुक्त राजस्थान की ओर बड़ा कदम: डीजीपी राजीव शर्मा ने किया एएनटीएफ के अत्याधुनिक कार्यालय का उद्घाटन जयपुर में एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स के नए मुख्यालय से मादक पदार्थों के खिलाफ जंग को मिलेगी नई रफ्तार


जयपुर । राजस्थान पुलिस ने समाज को नशा-मुक्त बनाने के अपने मिशन में एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार किया है। पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा ने बुधवार को जयपुर के जगतपुरा स्थित 7 नं. चौराहा महल रोड पर एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के नवीन कार्यालय का भव्य शुभारंभ किया। यह उद्घाटन राज्य पुलिस की मादक पदार्थों के व्यापार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को और सशक्त करता है।

फीता खोल कर किया विधिवत उद्घाटन

 डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने मुख्य द्वार पर पूजा-अर्चना कर और फीता खोलकर कार्यालय का विधिवत उद्घाटन किया। इस दौरान आईजी एएनटीएफ विकास कुमार ने डीजीपी शर्मा को विंग की सभी शाखाओं का अवलोकन कराया और एएनटीएफ द्वारा की गई महत्वपूर्ण कार्यवाहियों पर एक विस्तृत प्रजेंटेशन भी दिया। 

इस मौके पर एएनटीएफ की श्रीगंगानगर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर सहित 10 चौकियों के प्रभारी भी ऑनलाइन जुड़े और अपना—अपना परिचय दिया। 

इस कार्यक्रम में डीजी ट्रैफिक अनिल पालीवाल, एडीजी दिनेश एमएन, हवा सिंह घुमरिया, भूपेंद्र साहू, वी के सिंह, विशाल बंसल, बिपिन पाण्डेय, प्रशाखा माथुर, लता मनोज कुमार सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
डीजीपी ने कहा: अंतर्राज्यीय बॉर्डर पर होगी सख्ती :

उद्घाटन के दौरान मीडिया से बात करते हुए, डीजीपी  राजीव शर्मा ने एएनटीएफ के मिशन के बारे में जानकारी दी। 

उन्होंने कहा कि एएनटीएफ की कुल 18 चौकियाँ स्थापित होनी हैं, जिनमें से 10 में संचालन शुरू हो चुका है। एएनटीएफ को अपने गठन के उद्देश्य को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक संसाधनों से सुसज्जित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध एक सघन और वृहद् स्तर पर कार्रवाई हो, इसके लिए एक कोऑर्डिनेटर अप्रोच के साथ केंद्रीय और राज्य की अन्य एजेंसियों को साथ मिलकर काम करने की शुरुआत की गई है। अंतर-राज्य बॉर्डर पर ड्रोन से मादक पदार्थों की सप्लाई से निपटने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं। 

बीएसएफ पहले से ही कार्यरत है और राजस्थान पुलिस भी इसके लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मादक पदार्थ की आवागमन-सप्लाई पर रोक लगे और इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।  

 शर्मा ने बताया कि नशे के विरुद्ध कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस की भी मदद ली जाएगी, लेकिन एक समर्पित यूनिट के रूप में एएनटीएफ अपनी पूरी एनर्जी और समय इस समस्या पर लगाएगी, जिससे कार्रवाई निश्चित ही बेहतर हो सकेगी। 
उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे अपराधी जो नाबालिगों का उपयोग मादक पदार्थों की तस्करी में कर रहे हैं उनके खिलाफ अब नए कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। गठन के बाद एएनटीएफ द्वारा एनसीबी के साथ मिल लगातार संयुक्त कार्रवाई की जा रही है, जिसे उन्होंने आगे भी जारी रखने का आश्वासन दिया।
                

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