चौमूं। पुनर्वसु (पुष्य) नक्षत्र के उपलक्ष में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय चौमू (Chomu) में बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाने हेतु
डॉ .यादराम प्रजापत के नेतृत्व एवं श्री फाउंडेशन चौंमू के सहयोग से जन्म से 16 वर्ष तक की आयु के 183 बच्चों को नि:शुल्क स्वर्णप्राशन करवाया गया। प्रथम 130, द्वितीय 43, तृतीय 10 डोज बच्चों को पिलाई गई।
डॉ. यादराम प्रजापत ने बताया कि आयुर्वेदिक औषधि स्वर्णप्राशन के उपयोग करने से कई बच्चों में रुका हुआ मानसिक शारीरिक विकास शुरू हुआ है।
बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु स्वर्णप्राशन आयुर्वेद शिक्षा प्रणाली में बहुत ही कारगर साबित हो रही है। स्वर्णप्राशन से बच्चों में बीमारियों से लड़ने की इम्यूनिटी पैदा होती है। स्वर्णप्राशन बच्चे में संक्रमण से बचाव हेतु एक विशिष्ट स्थान रखती है। इसके निश्चित मात्रा बच्चे को रोजाना देने से बच्चों में स्वस्थ रहने के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक कमजोरी दूर होती है। इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
इस कार्य में चिकित्सालय प्रभारी डॉ.फतेह सिंह सैनी , डॉ.शेरसिह गुर्जर , डॉ .दीपक यादव, लीलाधर गुप्ता, कैलाश चंद्र वर्मा, चंदू जांगिड़, डॉ. सुरेश कुमार सैनी, मनोज, हेमंत खंडेलवाल, सुरेश रावत का विशेष सहयोग रहा ।
राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय चौंमू में मार्च 2021 से प्रत्येक माह के पुष्य नक्षत्र को नि:शुल्क स्वर्णप्राशन करवाया जा रहा है। स्वर्णप्राशन में नैनो पार्टिकल स्वर्ण भस्म ,दूधिया वचा, सौठ, मूसली, ब्राह्मी घृत एवं शहद के द्वारा विशेष प्रक्रिया के तहत बनाया हुआ अवलेह होता है जो कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को को बढ़ाता है।