रेनवाल। क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्यौहार पारम्परिक तरीके के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वही देश की रक्षा करते हुये शहीद हुये अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर बहन ने अपने भाईयों की शहादत को याद करते हुये रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया। बहनों ने राखी बांधकर शहीद भाई की शहादत को याद किया वही अपने लाडले भाई की कमी को भी महसूस किया।
जयपुर जिले की रेनवाल तहसील के गांव बधाल में शहीद शंकरलाल जाट की प्रतिमा(मूर्ति) के बहन मंजु देवी ने हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राखी बांध कर अपने शहीद भाई की शहादत को याद किया और अपने परिवार को हिम्मत बंधाई ।
वही भादवा गांव में शहीद रामूलाल रैगर की बहन मंजूदेवी ने अपने शहीद भाई की प्रतिमा(मूर्ति) को तिलक लगाकर, राखी बांधकर मुँह मीठा कराया।
जहाँ दोनों बहनों ने अपना फर्ज निभाया वही अपने भाईयों की पुरानी यादों को ताजा करते हुये दोनों बहनो के आंखों में आंसू भर आये।
गोरतलब है कि दिनांक 12 जून 2014 को राजोरी(जम्मु-कश्मीर) में बम ब्लास्ट में शहीद हुये भारतीय सेना के जाँबाज सिपाही शंकरलाल जाट तथा दिनांक 26 मई 1997 को शहीद हुये भारतीय तिब्बत सीमा सुरक्षा बल में तैनात जाँबाज पहरी रामूलाल रैगर की बहिनें हर रक्षाबंधन पर अपने भाई की मूर्ति पर राखी बांध कर गर्व भी महसूस करती है। तब से लेकर अब तक बराबर हर वर्ष दोनों परिवार के सदस्य तथा ग्रामीण अपने गांव के सपूत की शहादत को याद कर रहे है।
(विष्णु जाखोटिया की रिपोर्ट)