चौमूँ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट को विधायक रामलाल शर्मा ने उम्मीदों का बजट बताते हुये कहा कि ये गरीब, किसान, युवा और मध्यम वर्ग सभी की उम्मीदों को पूरा करने वाला अमृतकाल का ऐतिहासिक बजट है। उन्होंने कहा कि लोहार, सुनार, मूर्तिकार आदि के लिए इस बजट में पहली बार अनेक प्रोत्साहन योजनाएं शामिल की गई है।
ऐसे लोगों के लिए ट्रेनिंग, टेक्नोलॉजी सपोर्ट की व्यवस्था की। गांव में रहने वाली महिलाओं के जीवन को आसान बनाने के लिए बचत योजना शुरू की जा रही हैं। यह बजट अस्थिर वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी उज्ज्वल किरण साबित होगा।
साथ ही बजट में मिडिल क्लास के लिए 7 लाख तक की आय पर कोई इनकम टैक्स नहीं, निचले तबके के लिए गरीब कल्याण अन्न योजना में मुफ्त अनाज एक साल और मिलेगा, युवाओं के लिए स्टार्टअप फंड और 3 साल तक भत्ता मिलेगा, इंटरनेशनल स्किल इंडिया सेंटर्स बनेंगे, आदिवासी क्षेत्र के लिए एकलव्य स्कूलों के लिए 38 हजार 800 टीचर्स अपॉइंट किए जाएंगे।
आदिवासी गांवों के विकास के लिए 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। सरकार ने कृषि क्रेडिट कार्ड (KCC) 20 लाख करोड़ बढ़ाने की घोषणा की। यह पिछले साल 18.5 लाख करोड़ रुपए था।
इसके अलावा डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्रीकल्चर से किसानों को खाद बीज से लेकर मार्केट और स्टार्टअप्स तक की जानकारी मिल सकेगी। एग्रीकल्चर एक्सीलरेटर फंड के जरिए गांवों में युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने का मौका मिलेगा।