चौमूं। राजस्थान के कुचामन सिटी में अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भव्य कलशयात्रा के साथ हुई जिसमे सैकड़ों महिलाओं ने अपने सिर पर कलश धारण किया। वहीं सांयकाल में दीपयज्ञ का आयोजन भी रखा गया।
इस दौरान अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा वक्ता और देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने अपना ओजस्वी वाणी से प्रवचन दिया। उन्होंने बताया की आज परिवार, समाज में जो हमारी संस्कृति का पतन हो रहा है उन सबका कारण है मनुष्य का विकृत चिंतन। सद्चिंतन से ही हमारा समाज और परिवार सभ्य बन सकता है जिसके लिए गायत्री मंत्र ही एक विकल्प है।
108 कुंडीय महायज्ञ हेतु राजस्थान के कोने-कोने से कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। जिसमे गायत्री परिवार चौमूं के कार्यकर्ताओं ने भी सौभाग्य प्राप्त किया। कार्यक्रम के पश्चात चौमूं के कार्यकर्ताओं ने चिन्मय भैया से मुलाकात की।
गायत्री परिवार ट्रस्ट चौमूं के अध्यक्ष विनेश अग्रवाल ने मिशन का दुपट्टा पहना कर अभिवादन किया। वहीं सचिव राजकुमार शर्मा व उपाध्यक्ष एड.जितेंद्र सिंह बिजावत ने चिन्मय जी से चौमूं की धरा पर भी आने का आमंत्रण दिया और आशीर्वाद प्राप्त किया।
जिस हेतु आने वाले समय में चौमूं में भी 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा।
इसी दौरान स्थानीय थानाधिकारी सुरेश कुमार जाट, जिला न्यायाधीश नागौर सतिश कौशिक, गायत्री परिवार राजस्थान जोन मुख्य प्रबंधक ओमप्रकाश अग्रवाल, राजस्थान प्रभारी जय सिंह यादव और DLB राजस्थान के पूर्व डायरेक्टर दीपक नंदी सहित अनेक गायत्री परिजनों से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। चौमूं की ओर से अन्य परिजन मालचंद बुनकर और प्रज्ञापीठ कार्यकर्ता रमेश राजपाल उपस्थित रहे।