रेनवाल । कस्बे में प्रसिद्ध आस्था के केन्द्र के रूप में शक्तिपीठ श्री कुल्लू वाली माताजी मन्दिर, रेनवाल धाम में अश्विनी प्रथम नवरात्रि गुरुवार को विशेष पोशाक सजी झांकी मां कुल्लू वाली भवानी ने श्रद्वालुओं को दर्शन दिए।
मन्दिर के मुख्य पुजारी नाथूराम, सुनिल पुजारी, जसवंत पुजारी ने बताया कि चैत्र नवरात्रि सम्पूर्ण नौ दिवस मां कुल्लू वाली भवानी को अलग अलग विशेष पोशाकों से श्रृंगार, फूलों, लाइटों, गुब्बारों से सजावट किया जाएगा। नौ दिवस नवरात्रि पर प्रत्येक नवरात्रि पर मातारानी का रात्रि जागरण किया जाएगा ।
साथ ही पंचम नवरात्रि सोमवार को मन्दिर परिसर में डांडिया महोत्सव का कार्यक्रम किया जाएगा। सप्तमी नवरात्रि को मातारानी विशाल जागरण होगा। जिसमें देशभर से प्रवासी भक्तजन माताजी के दरबार में धोक लगाने के लिए यहां पहुंचेगें ।
साथ ही श्री कुल्लू वाली माताजी सेवा समिति के प्रमुख प्रबंधक जसवंत पुजारी ने बताया कि नवरात्रों में कन्या पूजन का विशेष महत्व होता हैं। जो भी भक्तजन मां को श्रद्धा भाव से मन्नत करता हैं उसकी मनोकामना पूर्ण होती हैं।
दुर्गा अष्टमी नवरात्रि को विशेष पोशाक से श्रृंगार व सजावट और नवमी को 56 प्रकार व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। साथ ही श्री कुल्लू वाली माताजी सेवा समिति के सदस्यों विशेष कार्यभार दीया गया ।
इस अवसर पर सेवक मोतीराम, शंकरसिंह साँखला,सोहनलाल साँखला, गिरधारी राजोरा, दिनेश शर्मा,महादेव प्रजापत, संदीप साँखला,
राकेश प्रजापत,, राजेन्द्र स्वामी, अर्जुन योगी, रोहित साँखला,सिद्धार्थ वर्मा, रमेश जांगिड़, मुकेश साँखला,रतनलाल दायमा, बाबूलाल प्रजापत, राकेश कुमार चौबे, रवि मनोहर, मनीष डाबरिया, मुकेश मीणा,
टीकम मनोहर , राजेन्द्र उज्जैनिया, विजय खटनावलिया, संदीप खन्ना, हेमन्त साँखला, आर्यन वर्मा, रोहित टांक, आकाश डाबरिया, अनीश टांक, हितेश चौहान, राकेश टांक, हिमांशु प्रजापत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे। (विष्णु जाखोटिया की रिपोर्ट)