रेनवाल। विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने पर आज चक निवासी पर्वतारोही गीता सामोता का सम्मान किया। चक निवासी गीता सामोता ने 19 मई 2025 को सुबह 8.30 बजे स्वर्णिम इतिहास लिखते हुये विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह किया।
विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के साथ ही सबसे पहले तिरंगा झंडा फहराया,भारत माता की जय बोली,फिर उसके बाद अपने ईष्ट देव वीर तेजाजी महाराज का झण्डा लगाकर अपने ईष्ट देव, गुरुजनों एवं गांववासीओ का आभार व्यक्त किया।
इस प्रकार भारतीय सेना के अभिन्न अंग सीआईएसएफ में अब तक के इतिहास में विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पहली अधिकारी बनी है। उसकी इस सफलता को लेकर सीआईएसएफ सहित उसके पैतृक गांव,जिले एवं राज्य में भी एक गौरव की खुशी है।
सर्व समाज के तत्वावधान में गांव चक के तेजाजी महाराज के मंदिर परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में सरपंच श्योजीराम बुरड़क के नेतृत्व में सभी ने पर्वतारोही गीता सामोता एवं उसके पिता पूर्व वायु सैनिक किशन सामोता एवं माता जड़ाव सामोता का माला पहनाकर भव्य स्वागत किया।
इस अवसर रेनवाल सैनिक वेलफेयर सोसायटी के संरक्षण नंदाराम काजला, कोषाध्यक्ष गोपाल सेपट, वरिष्ठ सदस्य छीतरमल धायल,जगनलाल ताकर, मोहन सेपट एवं सहयोगी विष्णु जाखोटिया आदि ने पैतृक गांव चक पहुंच कर पर्वतारोही गीता सामोता को प्रतिक चिन्ह देकर असम्मानित किया।
सम्मान समारोह का मंच संचालन वरिष्ठ शिक्षक प्रभुदयाल कुमावत ने किया।(विष्णु जाखोटिया की रिपोर्ट)