संत मौन रहकर करते हैं नवरात्र

चौमूं । प्राचीन मंदिर श्री खेड़ापति बालाजी धाम समोद के महामंडलेश्वर श्री प्रेमदास जी महाराज के कृपा पात्र एवं निर्वाण स्थली संत भुरादास जी महाराज सिद्ध पीठ रामेश्वर महादेव काली डूंगरी रडा बंदौल सामोद के वैष्णव विरक्त महंत रामचरण दास प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी नवरात्र मौन रह कर ही करेंगे। इन्होंने बताया कि सभी साधनाओं में मौन साधना सबसे कठिन साधना है । नवरात्रि के दौरान यह अग्नि में पका हुआ कुछ भी नहीं पाते हैं। नवरात्रि 9 अप्रैल 2024 से प्रारंभ होकर 18 अप्रैल 2024 नवरात्र उद्यापन तक रहेंगे ।स्मरण रहे की महाराज श्री ने गुरु दिक्षा नाम दान लेने से पूर्व संत ने मौन साधना में रहकर गोटेश्वर संप्रदाय के संत एवं श्री खक बाबा धाम वीड कंवरपुरा जाहोता के गादीपति श्री कृष्ण चेतन दास महाराज परमहंस श्री परसूरामपुरी मठ उदयपुरिया धाम के महंत एवं 52 मठो के अधिकारी नरसिंहपुरी जी महाराज मठ महादेव मंदिर रिंगस के श्री महंत आनंदपुरी जी महाराज के पावन सानीधय में नवरात्र कर चुके हैं। रामचरण दास ने बताया कि 9 से 17 अप्रैल तक संपूर्ण 24 घंटे में तुलसी व गंगाजल का उपयोग करेंगे ।18 अप्रैल को पांच दाना मूंग के पानी का सेवन तथा 19 अप्रैल 2024 नवरात्रि  से 23 अप्रैल 2024 भक्त शिरोमणि भगवन श्री राम के चरणों के दास हनुमान जी महाराज के जन्मोत्सव तक फलाहार का सेवन करेंगे। इसके पश्चात अन्य साधेंगे । 

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